चंडीगढ़। रिश्वत लेने के आरोप में एक और आईएएस अधिकारी को विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले कल भी एक आईएएस अफसर गिरफ्तार किया जा चुका है।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक जयवीर आर्य को पंचकूला से 3 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जयवीर आर्य ने 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। एसीबी ने मौके पर श 3 लाख रुपये बरामद किये है।
इससे पहले को ही आईएएस विजय दहिया को भी एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था। दहिया पर आरोप है कि हरियाणा कौशल निगम में 50 लाख रुपये के बिल पास करवाने के एवज में वो पैसे लेते थे। छह महीने पहले एक महिला की गिरफ्तारी के बाद दहिया को गिरफ्तार किया गया था।
जयवीर आर्य ने हरियाणा वेयर हाउसिंग की महिला डीएम (जिला प्रबंधक) को नजदीक के जिले में पोस्टिंग देने के नाम पर पांच लाख रुपये मांगे गए थे। बाद में तीन लाख रुपये में मामला तय हुआ।
आईएएस की गिरफ्तारी से पहले करनाल एसीबी की टीम ने पहले एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया। उसने एसीबी को बताया कि यह पैसा अन्य अधिकारियों के माध्यम से एमडी जयवीर सिंह आर्य के पास जाना है। दरअसल दलाल के माध्यम से महिला अधिकारी को दूर के जिलों में ट्रांसफर करने का भय दिखाया गया। इस पर महिला अधिकारी के पति ने करनाल एसीबी के एसपी राजेश फोगाट से संपर्क किया। एसपी के आदेश पर इंस्पेक्टर सचिन कुमार की अगुवाई में टीम तैयार की गई और फिर गिरफ्तारी हुई।
उधर बीते रोज आईएएस अधिकारी विजय दहिया को हरियाणा के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया था। हरियाणा कैडर के 2001 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी दहिया पूर्व में पंचकूला में हरियाणा कौशल विकास विभाग के आयुक्त के रूप में तैनात थे। इस मामले में एक महिला की गिरफ्तारी के बाद 20 अप्रैल को एसीबी ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। एसीबी ने दहिया की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपों के मुताबिक, दहिया की परिचित महिला ने कथित तौर पर पैसे के बदले कुछ बिलों को मंजूरी दिलाने के लिए एक सुविधा प्रदाता के रूप में काम किया। महिला के अलावा, एसीबी ने दहिया और एक अन्य अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित विभिन्न दंड प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।