बाजपुर। खनन वाहनों की निकासी को लेकर दोराहा स्थित माईनिंग चेकपोस्ट पर एक बार फिर से विवाद हो गया। हंगामा बढ़ता देख पहंुची पुलिस ने विवाद कर रहे लोगों का बीच बचाव करा शांत कराया। वहीं खनन से जुड़े ट्रांसपोर्टरों ने चेकपोस्ट कर्मियों पर अभद्रता करने एवं अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि खनन वाहनों से रॉयल्टी चेक करने के लिये कैलाश रिवर एंड माईनिंग कंपनी ने सरकार की अनुमति से जिले में 22 चेकपोस्ट स्थापित किये हैं। इस कंपनी का एक चेकपोस्ट दोराहा पर भी है। मंगलवार को खनन वाहन इस चेकपोस्ट पर पहंुचे तो कर्मियों ने इन वाहनों को रोक लिया। वाहनों को रोकने पर वाहन चालकों और ट्रांसपोर्टरों ने हंगामा कर दिया। ट्रांसपोर्टरों का आरोप था कि चेकपोस्ट कर्मी बेवजह वाहन चालकों को परेशान कर रहे हैं साथ ही चालकों से गाली गलौच अभद्रता भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं चेकपोस्ट कर्मी रॉयल्टी चेक करने के नाम पर अवैध वसूली भी कर रहे हैं। वहीं ट्रांसपोर्टर अरूज अली ने बताया कि चेकपोस्ट पर रोजाना कर्मी बेवजह हम लोगों को परेशान करते हैं इतना ही नहीं गाड़ी की चाबी छीन लेते हैं और चालकों के साथ मारपीट करते हैं। जब इनका विरोध किया जाता है तो ये लोग खुद को सरकार का आदमी बताकर झूठे मुकद्मों की धमकी देते हैं। वहीं कैलाश कंपनी के मैनेजर विनय अहलूवालिया ने इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कंपनी नियमों के तहत् ही कार्य कर रही है। कंपनी को रॉयल्टी चेक करने का अधिकार है और कंपनी कर्मी रॉयल्टी चेक कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्हांेने सुरक्षा की मांग भी पुलिस से की है।
पिपलिया में चेकपोस्ट पर वाहन चेकिंग को लेकर चली थी गोलियां
इंसेट।
बाजपुर। खनन वाहनों को लेकर कैलाश रिवर माईनिंग कंपनी के पिपलिया चेकपोस्ट पर 1 अप्रैल की रात भी जमकर विवाद हो चुका है। इतना ही नहीं यहां तो करीब 8 से 10 राउंड फायरिंग भी की गई थी तथा पत्थरबाजी भी हुई थी जिसमें ट्रांसपोर्टर व कर्मी भी घायल हुए थे। दोनों ही तरफ से एक दूसरे पर आरोप लगाकार मुकद्मे दर्ज कराये गये थे। वहीं पुलिस फोर्स मौके पर पहंुची थी और हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया था।