बाजपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला मरीज और महिला चिकित्सक के बीच चल रहा विवाद थमने का नहीं ले रहा है। वहीं महिला मरीज के पति द्वारा बीते रोज कोतवाली में तहरीर देकर अस्पताल के दो कर्मचारियों के खिलाफ उसकी गर्भवती पत्नी को पक्ष में बयान देने के मामले में धमकाने की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिये हैं।
बता दें कि ग्राम लखनपुर निवासी गर्भवती रंजीता के पति दीप सिंह ने बीते रोज कोतवाली में तहरीर देकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की एक महिला कर्मचारी तथा एक संविदा पुरूष कर्मी के खिलाफ कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया था कि ये दोनों कर्मी अस्पताल की चिकित्सक दंपति के कहने पर उनके घर पहंुचे तथा सीएमओ स्तर से शुरू हुई जांच में चिकित्सक के पक्ष में बयान देने की धमकी दी। बयान नहीं देने पर झूठे केस में जेल में डालने की बात कही थी। दीप सिंह ने पुलिस को बताया था िकइस घटना से उसकी गर्भवती पत्नी की तबियत बिगड़ गई थी। वहीं इस मामले में सीओ भूपेंद्र सिंह भंडारी के निर्देश पर महिला एसआई रूचिका चौहान ने जांच शुरू कर दी। उन्होंने शिकायतकर्ता तथा अस्पताल के दोनों कर्मियों के बयान दर्ज करते हुए जल्द ही जांच रिपोर्ट सौंपने की बात कही। वहीं अस्पताल के दोनों कर्मचारियों ने बताया कि वह दोनों रंजीता के घर नहीं गये। उन्होंने जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही। वहीं भाजयुमो नेता अनंत जैन भी पीडित के साथ कोतवाली पहंुचे उन्होंने चिकित्सक दंपति एवं जो कर्मी मरीज को धमकाने घर पहंुचे थे उस पर कार्रवाई करने की मांग की।
ये था मामला
बाजपुर। 29 सितंबर को ग्राम लखनपुर निवासी रंजीता जो कि 4 माह की गर्भवती है। वह क्षेत्र की आशा कार्यकत्री कुलविंदर कौर के साथ अस्पताल गई थी। रंजीता और कुलविंदर कौर का आरोप था कि महिला चिकित्सक ने रंजीता के साथ अभद्रता करते हुए बिना जांचे ही उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को मृत बता दिया था। वहीं इसी से नाराज आशाओं ने महिला चिकित्सक के खिलाफ अस्पताल में ही धरना प्रदर्शन किया था। उधर महिला के पति दीप सिंह ने सीएमओ को महिला चिकित्सक के खिलाफ लिखित शिकायत देकर जांच कर कार्रवाई की मांग की थी। सीएमओ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा था।