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पद्मश्री माधुरी समेत तेरह महिला हस्तियों को तीलू रौतेली पुरस्कार, बाजपुर की पैरा खिलाड़ी मनदीप भी शामिल

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खबर प्रहरी, देहरादून। तीलू रौतेली जयंती पर गुरुवार को पद्मश्री डा. माधुरी बड़थ्वाल समेत 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया। कहा कि महिलाओं के विकास के लगातार प्रयास जारी रहेंगे। नियमित रूप से आंगनबाड़ी कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने के प्रयास जारी रखे जाएंगे।

पुरस्कार समारोह को वर्चुअल संबोधित करते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य की बालिकाएं और महिलाएं पुरस्कार प्राप्त विजेताओं के आदर्शों का अनुकरण करते हुए उत्तराखंड को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहयोग करेंगी। राज्य की महिलाएं बड़े सपने देखें। उनको सच करने का प्रयास करें, राज्य सरकार उनके साथ है। ये पुरस्कार महिलाओं के असाधारण योगदान को पहचान देता है। महिलाएं अधिकारों के प्रति जागरुक हैं। अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। बाधाओं को तोड़ते हुए उत्कृष्टता बनाए रखें। मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि पुरस्कार मिलने के बाद जिम्मेदारी दोगुनी बढ़ जाती है। ऐसे में अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सभी को खरा उतरना होगा। कहा कि पुरस्कारों का चयन पारदर्शिता के साथ किया गया। इससे अन्य महिलाएं भी प्रेरित होंगी। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार दर्शाता है कि राज्य की मातृशक्ति विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहीं है। आने वाले समय में खेल जगत में उत्तराखंड की महिला खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नये कीर्तिमान स्थापित करेंगीं। निदेशक प्रशांत आर्य ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण ट्रेकर ऐप आने वाले समय में आंगनबाड़ी कर्मचारियों के साथ ही जनता भी देख सकेगी। पुरस्कार के रूप में 51 हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया गया।

कार्यक्रम में डा. माधुरी बड़थ्वाल के लोकगीतों ने माहौल में जोश भर दिया। इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, उपाध्यक्ष उत्तराखंड संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद मधु भट्ट, निदेशक प्रशांत आर्य, पद्मश्री माधुरी बर्थवाल, उपनिदेशक विक्रम सिंह, मोहित चौधरी आदि मौजूद रहे।

सबसे बड़ा सम्मान अपने घर में ’

पद्मश्री डा. माधुरी बड़थ्वाल ने कहा कि आपको देश, दुनिया में कितना ही बड़ा पुरस्कार मिल जाए, लेकिन जो सम्मान अपने घर में मिले, वो सबसे बड़ा है। कहा कि हमारे देश भारत और राज्य उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति है। कहा कि वो अपने लोकगीतों और जानकारियों को आंगनबाड़ी कर्मचारियों के साथ भी साझा करने का प्रयास करेंगी। उन्हें प्रशिक्षित करने का प्रयास करेंगी।

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