देहरादून। अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ के पर्यवेक्षण में पुलिस उपाधीक्षक व तकनीकी रूप से दक्ष कार्मिकों की अनुसंधान टीम का गठन किया जाए जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), डार्क वेब आदि पर शोध करेगी।
समीक्षा बैठक में की गई चर्चा
एसटीएफ, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन समेत अन्य अनुभागों के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने ये दिशा-निर्देश दिए। सुभाष रोड स्थित पुलिस मुख्यालय में बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने एसटीएफ, सीसीपीएस, एएनटीएफ व एफएफयू के कार्यों और विभिन्न अपराधों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया।
अपराधियों पर रहेगी एसटीएफ की नजर
अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान ने निर्देश दिए कि एसटीएफ, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन व एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को सुदृढ करने के लिए मानवशक्ति बढ़ाई जाएगी। कारागारों में बंद सभी अपराधियों पर एसटीएफ की टीम नजर बनाए रखेगी। जेलों से संचालित हो रहे गैंग एवं अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए कुख्यात अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए जेल अधीक्षकों से समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
कुख्यात अपराधियों पर रहेगी नजर
राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त अपराधी, जो कि विदेशों में रहकर उत्तराखंड में रंगदारी व हत्या आदि के अपराध में संलिप्त हैं, तकनीकी रूप से सूचना संकलन कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध न्यायालय में विचाराधीन मामलों के गवाहों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए। युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति को देखते हुए स्कूल, कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाने के साथ-साथ सप्लायरों को चिह्नित करने को भी कहा गया।
बैठक में ये लोग रहे शामिल
बैठक में पुलिस उपमहानिरीक्षक एसटीएफ सैथिंल अबूदई कृष्णराज एस, पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था पी रेणुका देवी, अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ चंद्रमोहन सिंह, पुलिस उपाधीक्षक साइबर अंकुश मिश्रा आदि उपस्थित रहे।