बाजपुर। भूमिधरी अधिकारों की मांग को लेकर भूमि बचाओ आंदोलन स्थल पर महिला पंचायत का आयोजन किया गया। भारी बारिश के बीच इस पंचायत में पहंुची महिलाओं ने सरकार को दो टूक चेतावनी दी है कि यदि सरकार आंदोलनकारियों की जायज मांगों को पूरा नहीं करेगी तो फिर मातृशक्ति सरकार के विरोध में मोर्चा खोलेगी। इस मोर्चे की पहली झलक 20 फरवरी को देखने को मिलेगी जिसमें बड़ी संख्या में पीड़ित महिलायें हाथों में थाली और बेलन लेकर एक रैली निकालेंगी। ये रैली गुरूद्वारा सिंह सभा से शुरू होकर तहसील स्थल पर आकर समाप्त होगी।
महिला पंचायत में पहंुची महिलाओं ने मोर्चा खोला। इन महिलाओं ने सरकार पर भरोसा तो जताया लेकिन वादों को जल्द पूरा करने की मांग भी सरकार से की। वहीं पहंुची पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सुनीता टम्टा बाजवा ने कहा कि ये आंदोलन सिर्फ पुरूषों का नहीं बल्कि महिलाओं का भी क्योंकि ये जमीन हम महिलाओं की भी है और आधाी आबादी इस आंदोलन पूरी सक्रियता के साथ पहले दिन से लगी है। उन्होंने बताया कि आज की पंचायत में सभी महिलाओं ने संयुक्त रूप से निर्णय लिया है कि महिलायें अब चूल्हे चोके के साथ अब आंदोलन में भी अपनी सहभागिता निभायेंगी और ये महिलायें अब 20 फरवरी को सरकार के विरोध में एकजुट होंगी तथा गुरूद्वारा साहिब से तहसील परिसर तक हाथों में थाली और बेलन लेकर एक रैली निकालेंगी। वहीं आंदोलनकारी गुरप्रीत कौर ने कहा कि सरकार ने वादे तो बहुत किये हैं लेकिन ये वादे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभी महिलाओं को सरकार के वादों पर भरोसा है लेकिन सरकार को यदि ये भरोसा कायम रखना है तो फिर हमारे भूमिधरी अधिकार हमें वापिस करने होंगे। पंचायत में पहंुची रेखा सिंह ने कहा कि मातृशक्ति को सरकार मात्र न माने अगर ये गलती सरकार ने की तो फिर इसका खामियाजा सरकार को आगामी चुनावों में भुगतना पड़ेगा क्योंकि आधाी आबादी अब इस आंदोलन में जुट गई है। वहीं हीरा देवी ने कहा कि रैली में बड़ी संख्या में महिलायें पहंुचेंगी और बेलन से बर्तन बजाकर अपना विरोध दर्ज करायेंगी तथा बहरी हो चुकी सरकार को जगाने का काम करेंगी। मीना बड़शीलिया ने भी आंदोलन को जायज बताकर सरकार को अब नींद से जाग जाने को कहा है। मीना का कहना है कि इस भूमि पर रोक से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से खराब हो चुकी है। वहीं अन्य महिलाओं ने भी अपने अपने विचार रखे।
मौके पर मनप्रीत कौर, सुखमीत कौर, परमजीत कौर, मीना बिष्ट, कंचन चौहान, किरन कंबोज, संगीता सिंह, सुनीता गोयल, किरनदीप कौर, रमनदीप कौर, रीता कश्यप, गुरप्रीत कौर, कुलविंदर कौर, जानकी देवी, मनमीत कौर, सुखविंदर कौर, माया देवी, सतनाम कौर, भूपेंद्र कौर, अर्चना बंसल, प्रमिला चौहान, लता गोयल, बबीता, हरजिंद कौर, गुरदीप कौर आदि अनेकों महिलायें मौजूद रही।