खबर प्रहरी, बाजपुर। गदगदिया वन क्षेत्र में वन तस्करों द्वारा वन विभाग की टीम पर किये गये जानलेवा हमले और फायरिंग के बाद गुरूवार की शाम वेस्टर्न सर्किल के चीफ कंजर्वेटर डा0 विनय भार्गव लाव लश्कर के साथ गांव में पहंुचे। यहां उन्होंने टीम को लेकर गांव का निरीक्षण किया और मंगलवार की रात टीम पर हुए हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने टीम पर हमला किया है उनकी पहचान कर ली गई है इस बार ये आरोपी बख्शे नहीं जायेंगे।
बता दंे कि बीते मंगलवार की रात को गदगदिया वन क्षेत्र में वन तस्करों ने वन विभाग की टीम को घेर लिया था और करीब 20 से 22 राउंड फायरिंग की थी व टीम से हाथापाई की थी। इस दौरान टीम मुश्किल से अपनी जान बचाकर भागी थी। इतना ही नहीं एक वन दरोगा तो जंगल में खो भी गये थे जिनको रात भर खोजा गया जो सुबह होने पर मिले। इस घटना के बाद जब इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को मिली तो पता चला कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे गांव थापक नगला के तस्करों का हाथ है। वहीं गुरूवार को वेस्टर्न सर्किल के चीफ कंजर्वेटर डा0 विनय भार्गव अपने साथ डीएफओ उमेश चंद तिवारी, किच्छा एसडीओ शशि देव, डीएफओ हल्द्वानी गंगा बुधलाकोटी के साथ गांव थापक नगला में पहंुचे। उन्होंने करीब 3 दर्जन कर्मचारियों को साथ लेकर पूरे गांव का निरीक्षण किया। वहीं उन्होंने कहा है कि बहुत हुआ इस बार ये आरोपी बख्शे नहीं जायेंगे। उन्होंने कहा कि टीम पर हमला करने वाले तस्करों की पहचान हो गई है और वह इसी गांव के तस्कर हैं ऐसे में बहुत जल्द इन पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कर्मचारियों को मुस्तैद रहकर अपना काम करने की बात कही।
मौके पर बरहैनी व गदगदिया रेंजर प्रदीप असगोला, टांडा रेंजर रूप नारायण गौतम व अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे।
तहरीर पुलिस को दी नही ंतो कैसे दर्ज होगी कार्रवाई
इंसेट।
बाजपुर। कालाढूंगी थाना प्रभारी भगवान सिंह महर ने बताया कि घटना से संबंधित कोई भी तहरीर शाम 7 बजे तक उन्हें नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि तहरीर यदि आती है तो तहरीर के बाद मुकद्मा दर्ज कर जांच की जायेगी।
घटना के 7 दिन बाद भी पकड़ में नहीं आये तस्कर
बाजपुर। ग्राम थापकनगला में बीती 2 अगस्त की रात एसओजी की टीम पर तस्करों ने जानलेवा हमला किया था जिसमें वन दरोगा गंभर घायल हो गये थे। वहीं डिप्टी रेंजर कैलाश तिवारी की तहरीर पर केलाखेड़ा थाने में 6 तस्करों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। घटना को 7 दिन बीत चुके हैं बावजूद उसके अभी तक पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है। बेरिया चौकी प्रभारी देवेंद्र मेहता लगातार आरोपियों की तलाश में दबिशें दे रहे हैं लेकिन आरोपी पकड़ से बाहर है।