खबर प्रहरी, हल्द्वानी । मुखानी थानाक्षेत्र में रविवार सुबह एक गोशाला में बने गोमूत्र टैंक में दम घुटने से पीलीभीत निवासी श्रमिक दंपति की मौत हो गई। इस घटना में दंपति का बेटा भी बेहोश हो गया। करीब एक घंटे बाद उसे होश आया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दंपति के शवों का पोस्टमार्टम कराया।
मुखानी थाना अंतर्गत बिठौरिया नंबर एक स्थित विकासनगर फेज-3 में आदर्शनगर निवासी जगदीश जोशी की गोशाला है। यहां यूपी पीलीभीत के बीसलपुर के भसूड़ा गांव निवासी 46 वर्षीय मटरू लाल पुत्र स्व. भीषम लाल काम करता था। वह अपने परिवार के साथ गोशाला परिसर में ही बने घर में रहता था। रविवार सुबह गोशाला मालिक ने सीवर टैंकर बुलाकर टिन शेड में बने करीब छह फीट गहरे गोमूत्र टैंक को खाली कराया। इसके बाद बचे गोमूत्र को साफ करने के लिए मटरू टैंक में उतर गया, लेकिन वह टैंक में बनी जहरीली गैस लगने से बेहोश गया। पति को बेहोश होता देख 45 वर्षीय पत्नी रानी भी उसे निकालने के लिए टैंक में उतरी तो वह भी बेहोश हो गई।
मां-पिता की बिगड़ी हालत को देखकर 13 वर्षीय बेटा संजय भी मदद के लिए चिल्लाते हुए टैंक में उतर गया पर वह भी जहरीली गैस के कारण बेहोश गया। इसी समय गोशाला मालिक जगदीश पहुंच गए। आसपास मौजूद लोगों ने बामुश्किल तीनों को टैंक से बाहर निकाला। बेटे को कुछ देर बाद होश आ गया, जबकि दंपति को पहले निजी अस्पताल फिर एसटीएच ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं गोशाला मालिक के मुआवजा देने से इनकार करने पर पीलीभीत से पहुंचे परिवार वालों ने हंगामा शुरू कर दिया।