खबर प्रहरी, बाजपुर। हिंदी के क्षेत्र में प्रचार प्रसार करने वाली जीजीआईसी की शिक्षिका डा शशि जोशी शशि को दिल्ली के विश्व हिंदी रचनाकार मंच पर कल्पना चावला मैमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया गया। उनके सम्मानित होने पर क्षेत्र में हर्ष है। ये आयोजन बीते रविवार को किया गया था। बुधवार को स्कूल पहंुची शिक्षिका का जोरदार स्वागत हुआ।
डा शशि जोशी शशि ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य हिंदी को प्रचारित व प्रसारित करना है और वह बचपन से इस कार्य में लगी हैं। उनकी पांच मौलिक पुस्तकें तथा अनकों समाचार पत्रों व साहित्य पत्रिकाओं में कविताएं छप चुकी हैं। नारी सशक्तिकरण पर लिखा भी उनका काफी चर्चित रहा। उन्होंने बताया कि वह लेखन की विधा-कविता, कहानी, समीक्षा के साथ वह हमेशा हिंदी काव्यधारा को आगे बढ़ाती रही हैं। एमए हिंदी, राजनीति शास्त्र, शिक्षा शास्त्र, बीएड, पीएचडी किए हैं। वर्तमान में राजकीय बालिका इंटर कालेज में अध्यापिका हैं। इतना ही नहीं अभी तक शशि जोशी को जैमिनी अकादमी हरियाणा द्वारा आयोजित अखिल भारतीय लघुकथा प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार 2002, अखिल भारतीय अंबिका प्रसाद दिव्य पुरस्कार मप्र (2008), शब्द निष्ठा सम्मान (2017) मध्य-प्रदेश पत्र लेखन मंच बैतूल, साहित्यानंद परिषद गोला-गोकर्णनाथ खीरी, भारतीय संस्कृति एवं साहित्य संस्थान इलाहाबाद, साहित्यिक संस्था काव्यधारा रामपुर, लायंस क्लब नैनीताल, बोल्डविन महिला महाविद्यालय बैंगलोर, विश्व हिंदी रचनाकार मंच द्वारा ष्उत्तराखंड काव्य रत्नष् 2020, केबी न्यास द्वारा ष्साहित्य विभूषण श्रीष्प्रमाण पत्र एवं नकद राशि 2020 ष्द ब्रिटिश वर्ल्ड रिकॉर्ड ष्एनआरबी फाउंडेशन एवं अभव्या इंटरनेशनल द्वारा रेड डायमंड एचीवर अवार्ड 2020 आदि से सम्मानित। शील साहित्य परिषद झारखंड द्वारा वर्ष 2021 के लिए ष्नारी गौरवष् पुरस्कार, वर्ष 2022 में उत्तराखंड राज्य सरकार के राज्यपाल द्वारा साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु सर्वाेच्च स्त्री शक्ति पुरस्कार ष्तीलू रौतेलीष् पुरस्कार धनराशि सहित मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी द्वारा शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु वर्ष 2022 में सम्मानित। वर्ष 2023 में साहित्य में योगदान हेतु डीएम अल्मोड़ा द्वारा सम्मानित किया गया।