20 गांव की भूमि पर मालिकाना हक की मांग को लेकर जारी है आंदोलन
बाजपुर। 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि पर मालिकाना हक की मांग को लेकर जारी आंदोलन ने आज उग्र रूप ले लिया। आंदोलनकारियों ने तय कार्यक्रम के अनुसार तहसील में तालाबंदी कर दी। साथ ही सभी कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया। वहीं आंदोलनकारियों ने तहसील के बाहर हल्द्वानी रोड पर सभा का भी आयोजन किया जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार पर किसान, मजदूर और व्यापारियों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
सोमवार को सुबह 10:00 बजे भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष करम सिंह की अगुवाई में बड़ी संख्या में भूमि पीड़ित आंदोलन स्थल पर जमा हुए यहां पर इन लोगों ने किसान प्रतिज्ञा दोहराई। इसके बाद तहसील में तालाबंदी कर दी। वही तहसील के बाद हुई सभा में कर्म सिंह ने कहा कि आंदोलनकारी अपनी जायज मांगों को लेकर 1 अगस्त से तहसील में शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार के नुमाइंदे बार-बार आश्वासन तो दे रहे हैं लेकिन उसके बाद भी इस भूमि पर मालिकाना हक नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि इसी को लेकर आज तहसील में तालाबंदी की गई है । वहां मौजूद जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार आंदोलनकारियों के धैर्य की परीक्षा ले रही है। यदि ऐसा ही रहा तो फिर इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। आंदोलन के रणनीतिकार रजनीत सिंह सोनू ने कहा कि यह सरकार तानाशाह हो गई है इस सरकार को किसान मजदूर और व्यापारियों से कोई सरोकार नहीं रह गया यदि ऐसा ही रहा तो फिर आने वाला समय सरकार के लिए ठीक नहीं होगा। मौके पर बड़ी संख्या में भूमि पीड़ित मौजूद रहे।