बाजपुर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में महिला विकास प्रकोष्ठ के तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शिक्षा, समाज एवं विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं का योगदान विषय एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
गुरूवार को आयोजित हुए कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि के रुप में डॉ विभावरी फिल्म विश्लेषक एवं लेखिका, श्रीमती रुखसार अंसारी, श्रीमती प्रियंका दिवाकर ग्राम प्रधान बन्नाखेड़ा, श्रीमती रमणी मलिक, श्रीमती शकुंतला देवी रहीं। कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा महिला दिवस के अवसर पर भाषण एवं स्वरचित कविताएं प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ0 विभावरी ने साहित्य एवं सिनेमा में स्त्री के सफर की बहुत अच्छी विवेचना की। महाविद्यालय महिला विकास प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ मनुहार आर्य ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस इतिहास एवं उद्देश्य विषय पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विभिन्न छात्र-छात्राओं द्वारा भाषण एवं कविता पाठ का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसमें निशा बी ए तृतीय वर्ष प्रथम स्थान पर, संस्कृति बी एस सी चतुर्थ सेमेस्टर द्वितीय स्थान पर एवं अवनीत कौर बी एस सी द्वितीय सेमेस्टर तृतीय स्थान पर रहीं। निर्णायक मंडल में महिला विकास प्रकोष्ठ की सदस्य डॉ दर्शना पंत, डॉ नीलम मनोला एवं डॉ पूजा रहीं। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो के के पांडे ने कहा कि स्त्री को घर चलाने के लिए एक प्रबंधन की भूमिका निभानी पड़ती है। कार्यक्रम का संचालन महिला विकास प्रकोष्ठ की संयोजिका डॉ मनुहार आर्य द्वारा किया गया।
मौके पर वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ रीता सचान, डॉ विकास रंजन सिंह, डॉ दर्शना पंत, डॉ प्रदीप दुर्गापाल, डॉ संध्या चौरसिया, डॉ आदर्श चौधरी, डॉ नीलम मनोला, डॉ खेमकरण, कैलाश, रोहित कुमार, संजय बिष्ट, छात्रा उपाध्यक्ष कु आरती, छात्र संघ सचिव आदर्श कुमार, शिवानी सक्सेना, नियति जीना, अंशिका शर्मा, पायल बिष्ट, संस्कृति, निशा, अवनीत कौर, सपना, नेहा ,पूजा ,उर्वशी सहित अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।