ढाका/नई दिल्ली, एजेंसी। बांग्लादेश में दो महीने से चल रहे आरक्षण विरोधी आंदोलन के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया। वह राष्ट्र को संबोधित करना चाहती थीं, लेकिन सेना ने उन्हें 45 मिनट के भीतर देश छोड़ने को कहा।
शाम को उनका सैन्य विमान दिल्ली के पास हिंडन हवाईअड्डे पर उतरा। सूत्रों के मुताबिक, यहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने उनसे भेंट की। कहा जा रहा था कि हसीना यहां से लंदन जाएंगी मगर खबर लिखे जाने तक वह भारत में थीं। सरकार ने उन्हें सुरक्षा दी है। भारत ने अभी कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि पूरी स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है। बांग्लादेश के हालात को लेकर दिल्ली में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक भी हुई। भारत ने बांग्लादेश के लिए सभी रेल और हवाई सेवाएं स्थगित कर दी हैं।
इधर, बांग्लादेश में सेना ने व्यवस्था को अपने हाथ में ले ली है। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने कहा, देश में अंतरिम सरकार बनेगी व सेना कानून व्यवस्था संभालेगी। देर रात बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने जेल में बंद पूर्व पीएम खालिदा जिया की रिहाई का आदेश दिया। हसीना के इस्तीफे के बाद सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारी उतर आए। बेकाबू भीड़ प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास में घुस गई और लूटपाट की। ढाका में इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र व चार मंदिरों में तोड़फोड़ की गई।