डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की देश के बाहर सबसे बड़ी मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी’ का अनावरण 14 अक्टूबर 2023 को अमेरिका (USA) के मैरिलैंड में 13 एकड़ में विकसित किए गए डॉ. बी. आर. अंबेडकर स्मृति पार्क में होगा। कुल 19 फुट ऊंचाई वाली ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी’ को अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर (AIC) द्वारा तैयार कराया गया है।
भारत के पहले विधि एवं न्याय मंत्री रहे तथा भारतीय संविधान के जनक माने जाने वाले डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की देश के बाहर सबसे बड़ी मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी’ का अनावरण 14 अक्टूबर 2023 को अमेरिका (USA) में मैरिलैंड राज्य में होने जा रहा है। कुल 19 फुट ऊंचाई वाली ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी’ को अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर (AIC) द्वारा तैयार कराया गया है। यह संस्था डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के समानता और सामाजिक न्याय के विचारों को वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने का काम करती है।
मूर्ति एक मेमोरियल पार्क में होगी स्थापित
अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर द्वारा स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी की स्थापना मैरिलैंड के एक्कोकीक (Accokeek) में 13 एकड़ में विकसित किए गए डॉ. बी. आर. अंबेडकर स्मृति पार्क में की जाएगी। इस मूर्ति का अनावरण समारोह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के साथ-साथ अंबेडकर के काम और विरासत में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक प्रमुख घटना होगी। इस कार्यक्रम में भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के विशिष्ट व्यक्तियों के साथ-साथ दुनिया भर से अंबेडकरवादी भी भाग लेंगे।
डॉ. बी.आर. अंडेबकर के बारे में
भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य भारत प्रांत (अब मध्य प्रदेश) के महू नगर सैन्य छावनी में हुआ था। स्कूली शिक्षा सतारा नगर में पूरी करने के बाद डॉ. अंबेडकर ने बॉम्बे विश्वविद्यालय से स्नातक और यूएसए के कोलंबिया विश्वविद्यालय और फिर यूके के लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से स्नातकोत्तर किया। उन्होंने अपने जीवनकाल के दौरान दलितों से सामाजिक भेदभाव के विरूद्ध अभियान चलाया और उनकी समानता के लिए कई कार्य किए। इसी के चलते उनकी मूर्ति को ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी’ का नाम दिया गया है।